- Project H.E.L.P
ये समय भी निकल जायेगा

तू बस मेहनत कर, वो मंज़र भी आयेगा, जब होगी आँखों में चमक , और वो हंसी भी लायेगा.
ये त्याग ,ये पश्चयताप भी काम आयेगा , पीछे ना मुढ़ तू अब, वो मंज़र ज़रूर आयेगा..
समय का प्रयोग कर , अपने ख्वाब फिर तू उड़ा पायेगा, पंख अपने , सेहला तो सही, फिर ये आसमां भी तेरी उड़ान में,
ज़रा कम पढ़ जाएगा, तू सब्र कर, पारिश्रम का फल भी पायेगा , चाहे मीठा ना सही, पर तू वो चख ज़रूर पायेगा..
विश्वास रख खुद पर , आंधी की छपत सा , ये समय भी निकल जाएगा , पर तुम डटे रेहना , ये सागर खुद तुम्हे फिर, साहिल तक पोहचाएगा ..
विकट होंगी परिस्तिथियाँ भी, ये विलाप ज़रूर करवायेगा , जब ये समय घने बदल सा घिर जाएगा , फिक्र ना करना तुम, ये छंट कर खुद , या तो हवाओं में उड़ाएगा, या रिमझिम से मिलाप फिर करवायेगा .
मत होना तुम परेशान, ये कीमत अपनी ले जायेगा, और समय देकर अपना , तुम्हे बहुत कुछ सिखायेगा..

I'm Nitisha, I hail from Delhi, India. I believe in Metaphors as much as I believe Sunsets are beautiful in the way sunsets and clouds color themselves. The words are just a way to touch my palpable sorrows and spill laughter across life! Do Good, you'll receive good. :)
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